मानसून में बढ़ जाता है इन 6 बीमारियों का खतरा, जानें आपको क्या करना चाहिए?

मानसून में बढ़ जाता है इन 6 बीमारियों का खतरा, जानें आपको क्या करना चाहिए?

सेहतराग टीम

बरसात होने से जहां एक तरफ पर्यावरण और मौसम सुहाना हो जाता है। वहीं दूसरी तरफ बारिश का मौसम आते ही रोगों का भी आगमन होने लगता है। जी हां दरअसल बारिश होने से मच्छरों की संख्या में काफी तेजी से वृद्धि होती है जिसकी वजह से परेशानी बढ़ जाती है। लेकिन ऐसे कुछ उपाय हैं जिनकी मदद से आप इन परेशानियों से बच सकते हैं और सुहाने मौसम का लुत्फ़ भी उठा सकते हैं।  हालांकि, कई लोग इस मौसम के मज़े लेते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें इस मौसम में परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है।

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मानसून में बढ़ जाता है इन 6 बीमारियों का खतरा (6 Rainy Season Diseases and Precautions in Hindi):

टाइफॉइड 

बारिश के मौसम में बाहर का खाना खाने से बचें। घर पर भी बासी खाना न खाएं। इस मौसम में भोजन में बैक्टीरिया जल्दी पनपने लगते हैं। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति का खाना खाने का मन नहीं करता, उल्टी होना, कमजोरी, सिरदर्द जैसे लक्षण दिखते हैं। ऐसे में कोशिश करें कि हमेशा ताजा खाना खाएं, खाने को गर्म करके खाएं, पानी को उबालकर पिएं।

डेंगू

डेंगू एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से हर साल सैकड़ों लोग अपनी जान गवां देते हैं। इस बुखार से पीड़ित व्यक्ति में सिरदर्द, रैशेज, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, ठंड लगना, कमजोरी, चक्कर आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। डेंगू से पीड़ित व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट लेनी चाहिए।

चिकनगुनिया 

मानसून में एडिस मच्छर के काटने से चिकनगुनिया होता है। इस बीमारी के लक्षण डेंगू से मिलते-जुलते होते हैं। सिरदर्द, आंखों में दर्द, नींद न आना, कमजोरी, शरीर पर लाल चकत्ते बनना और जोड़ों में तेज दर्द इस बीमारी के लक्षण हैं। 

सर्दी-जुकाम

सर्दी लगने पर सिरदर्द, बदनदर्द, नाक बहना, आंखें लाल होना, छीकें आना, गले में खराश, बुखार, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। अगर आप भी सर्दी से परेशान हैं या उससे बचना चाहते हैं तो इस मौसम में खूब पानी पीते रहें, इसके अलावा डाइट में विटामिन-सी भी ज़रूर शामिल करें।

मलेरिया 

इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति में बुखार, सिरदर्द, बदनदर्द, कमजोरी, चक्कर आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इस बीमारी से बचने के लिए व्यक्ति को पूरी तरह ढके हुए कपड़े पहनने चाहिए। इसके अलावा अपने आसपास साफ-सफाई का भी ध्यान रखें। जिससे ये वायरस कैरी करने वाले मच्छर न पनपें।

पीलिया 

मनसून के दौरान दूषित पानी और भोजन करने से पीलिया का खतरा बढ़ जाता है। पीलिया होने पर व्यक्ति को कमजोरी, पीला पेशाब, आंखों का पीला होना, उल्टी और लिवर की गड़बड़ी जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इस रोग से बचने के लिए उबला हुआ पानी पिएं, घर का पका हुआ भोजन करें।

 

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